Love A Feeling or an Expression in Hindi Love Stories by Muvi Ki Kalam books and stories PDF | प्यार: एहसास या इज़हार

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प्यार: एहसास या इज़हार

✦ Part – 1

आज चलो प्यार के बारे में बात करते हैं।
प्यार जिसके बारे में हर कोई बोलता, सुनता है और सब जानते भी हैं। लेकिन असल में देखा जाए तो ऐसे शब्द बने ही नहीं जिनमें प्यार को पूरी तरह बताया जा सके। हाँ, कोशिश हर कोई करता है समझाने की, जताने की, लिखने की—जो उसने महसूस किया।

अब सवाल ये आता है कि "फील" तो कई इंसान करते हैं सच्चे प्यार को और करते भी हैं। कोई जताकर करता है, कोई बस महसूस करता है।
तो अब असली बात आती है कि प्यार सच्चा कौन-सा?
क्या वो जो जताया जा सके अपने प्यार को?
या फिर वो, जिसका प्यार सिर्फ महसूस किया जा सके और बेहद खूबसूरत तरीके से महसूस हो?

असल में देखा जाए तो प्यार की कोई भाषा नहीं होती।
ना इसे ठीक से जताया जा सकता है, ना लिखा जा सकता है। ये तो बस अपने-अपने तरीके होते हैं। कोई कह देता है, कोई कह नहीं पाता।
लेकिन प्यार अगर दिल से किया जाए तो सच्चा वही होता है—चाहे बोलकर जताया जाए या बस महसूस करके जिया जाए।

प्यार इस दुनिया का सबसे पवित्र रिश्ता है।
ये सबसे खूबसूरत एहसास है, जिसे किसी तरह की दिखावेबाज़ी या खास चीज़ों की ज़रूरत नहीं होती।
कई बार कहा जाता है कि प्यार शारीरिक होता है, लेकिन सच तो ये है कि प्यार बिल्कुल भी जिस्म से जुड़ा नहीं होता।
प्यार तो पाक-पवित्र रिश्ता है, जो दो दिलों को जोड़ता है।
जरूरी नहीं कि प्यार है तो मिलना भी हो। मिलने को ही प्यार नहीं कहा जाता।
प्यार में बस उसके एहसास में ही जीना होता है। पूरी उम्र उसकी यादों, उसकी मौजूदगी के एहसास में जीना ही प्यार है।

प्यार वो डोर है जो दिल से दिल को जोड़कर रखती है।
इसमें दोनों एक-दूसरे के लिए हर पल दुआ माँगते हैं।
हर किसी को अपना प्यार नहीं मिलता, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि उनका प्यार अधूरा रह गया।
शायद ये भगवान का ही कोई सबसे खूबसूरत तरीका होता है कि उनका प्यार पूरा होता है—दोनों एक-दूसरे की दुआओं, यादों और ख्यालों में जीते रहते हैं।

और इसमें सबसे खूबसूरत चीज़ ये होती है कि—
हम खुद सामने वाले के लिए शायद कुछ ना कर पाएँ, क्योंकि हालात कई बार हमें रोक देते हैं।
लेकिन उसी वक्त हम अपने भगवान से मिलते हैं, बात करते हैं, और उनसे अपने दिल की हालत बताते हैं।
हम प्रार्थना करते हैं—
"हे प्रभु, उसकी तकलीफें दूर करो। उसे खुशियाँ दो। वो हमेशा खुश रहे। उसके सर पर अपना हाथ रखना।"
उस समय इंसान को ये लगता है कि भले मैं कुछ नहीं कर सकता, लेकिन मेरा भगवान सब जानता है और उसका ध्यान रखेगा।

और सच कहूँ तो उस दुआ में जो ताकत होती है, उसमें भगवान भी साथ देते हैं।
सच्चे दिल से माँगी गई दुआ भगवान ज़रूर सुनते हैं।

अब कोई पूछेगा कि जब भगवान सच्चे और साफ दिल वालों की सुनते हैं, तो फिर दोनों को एक क्यों नहीं कर देते?
तो इसका जवाब सिर्फ वही समझ पाएगा जिसने प्यार किया हो।
क्योंकि प्यार का मतलब सिर्फ पाना या मिलना नहीं होता।
प्यार तो जिया जाता है—एहसास के साथ।

भगवान कृष्ण और राधा जी जब धरती पर आए थे, तब उन्होंने यही सिखाया कि—
"प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं है। प्यार तो जीने का नाम है।"
जरूरी नहीं कि जिसे प्यार किया है, वो सामने हो।
जरूरी है कि उसकी यादों और उसके रंग में रंगकर जिया जाए।

प्यार में दो डोर होती हैं।
एक डोर दिल से दिल की होती है।
ये डोर कभी नहीं टूटती—चाहे रास्ते अलग हो जाएँ, लेकिन दिल एक-दूसरे में हमेशा रहते हैं।
प्यार को जीना सीख लो, फिर देखना प्यार क्या होता है।
ये कभी खत्म ही नहीं होता।

क्योंकि प्यार को न शब्दों में बताया जा सकता है, न जताया जा सकता है।
इसे बस महसूस किया जा सकता है।
और सच्चे प्यार में कभी जिस्म की बातें नहीं होतीं।
प्यार तो दिल से होता है, सिर्फ एहसास से।
दिल बस उसी के लिए धड़कता है।

आज के समय में भी ऐसा प्यार मिलता है।
बोलने को तो प्यार के बारे में शब्द ही नहीं हैं इतने कि उसे पूरी तरह लिखा जा सके।
प्यार तो बस…

राधे राधे।

✦ Part – 2

अब चलिए बात करते हैं उस चीज़ पर, जिस पर सोचा था।
कुछ लोग प्यार जताते हैं, कुछ बस महसूस करते हैं।
अब जताने वाले भी दो तरह के होते हैं और जो चुप रहते हैं और बस महसूस करते हैं, वो भी दो तरह के होते हैं।

सबसे पहले बात करते हैं उन लोगों की, जिनका प्यार महसूस किया जाता है।
ये ज्यादा जताते नहीं हैं।
अब एक बात है, जो सच है लेकिन लोग मानते नहीं—
कई बार सवाल उठता है कि जताना जरूरी है। अगर करते हैं तो क्यों नहीं जताते?

तो ध्यान से सुनो—कुछ लोग शुरू से ऐसे होते हैं जो अपने प्यार को दिल से, सच्चाई से करते हैं लेकिन जताना नहीं जानते।
उनका प्यार बेहद खूबसूरत और सच्चा होता है, दिल से निभाने वाला।
सामने वाला अगर सच में उन्हें समझे तो वो उनके प्यार को महसूस कर लेता है।
उनके प्यार को समझकर दिल से इज़्ज़त देता है और बिना बोले ही सब समझ जाता है।

यही प्यार की ताकत होती है कि बिना बोले सब कुछ समझ में आ जाता है।

अब सवाल ये है कि ये लोग क्यों नहीं जताते?
तो इसका एक और कारण है—
शायद उनकी ज़िंदगी में पहले ऐसे हादसे हुए होते हैं, जिन्होंने उनकी रूह तक को हिला दिया हो।
ऐसा कोई ज़ख्म, कोई दर्द होता है, जो उन्हें डराता है जताने से।
वो चाहकर भी नहीं जता पाते।

उनके दिल में वो दर्द इतना गहरा होता है कि उन्हें बोलने ही नहीं देता।
लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि वो प्यार कम करते हैं।
उनका प्यार इतना गहरा होता है जिसे शब्दों में बयाँ करना मुश्किल है।
उनके लिए सामने वाला ही सब कुछ होता है।

उनके लिए प्यार सबसे पवित्र फीलिंग होती है।
वो हर छोटी-बड़ी बात का ध्यान रखते हैं, चुपचाप सब समझते हैं, बस जताते नहीं।
और जो उनके इस प्यार को समझ लेता है, वो उनसे कभी कोई उम्मीद भी नहीं रखता।
ना ही ये कहता है कि "प्यार जताओ"—क्योंकि वो जान लेता है कि उनका दिल कितना साफ है।

ऐसे लोग बहुत खास होते हैं।
क्योंकि उन्हें सिर्फ किसी के साथ और समझ की ज़रूरत होती है।
उनके दिल में छुपे ज़ख्म और दर्द वैसे ही उन्हें डराते रहते हैं, लेकिन उनका दिल शीशे की तरह साफ होता है।

अगर ऐसे लोगों के प्यार को समझ लिया जाए, तो सब कुछ मिल जाता है।

ऐसे ही लोग दोस्ती में भी होते हैं।
अगर उन्होंने किसी का हाथ दोस्ती में थाम लिया तो मरते दम तक छोड़ते नहीं।
हर हालात में उसके साथ रहते हैं।
उसका दुख-सुख, सब कुछ बाँटते हैं।

उनकी सबसे बड़ी खूबी होती है कि—
खुद कितनी भी तकलीफ में क्यों न हों, लेकिन अपने प्यार या दोस्त की खुशियों के लिए हर हद तक चले जाते हैं।
अपने दुख छुपाकर भी सामने वाले को हर खुशी देने की कोशिश करते हैं।

उनके लिए सामने वाले की आँखों में आँसू बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं।
खुद खून के आँसू पी लें, लेकिन सामने वाले को कभी तकलीफ नहीं होने देंगे।

अगर वो लड़के हों, तो उनका प्यार इतना गहरा होता है कि शायद भगवान ही जानता है वो किस तरह सब सहते हैं।
लेकिन फिर भी अपने प्यार और दोस्त की खुशी सबसे पहले रखते हैं।
उनके लिए झूठ बोलना तक आसान नहीं होता।
दिल में जो होता है, वही बोल देते हैं—even अगर सामने वाले को बुरा लगे।

लेकिन दिखावा नहीं करते।
उनकी ये सच्चाई ही उन्हें सबसे अलग बनाती है।
ऐसे लोग बस प्यार करना जानते हैं।
खुद की तकलीफें छुपाना जानते हैं।
और सामने वाले की खुशियों के लिए कभी खुद को बलिदान देने से भी पीछे नहीं हटते।

अगर ऐसे लोगों को सही साथी मिल जाए—जो उन्हें समझे और उनका साथ दे—तो उन्हें सारी खुशियाँ मिल जाती हैं।
ये प्यार में बहुत वफादार (loyal) होते हैं।
जिंदगी भर इंतज़ार करने के लिए तैयार होते हैं।
लेकिन किसी और को नहीं चाहते।

क्योंकि उनका दिल सिर्फ एक के लिए धड़कता है।

उनका प्यार इतना गहरा होता है कि उनके लिए शब्द कम पड़ जाते हैं।
लिखो तो किताबें भी कम पड़ जाएँ।
ऐसे ही इंसान होते हैं ये                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                           💌 अगर आप भी सच्चे प्यार, overthinking वाले रिश्ते या इस गहरे एहसास के बारे में और जानना चाहते हैं, तो कॉमेंट में लिखें।
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