Jalta Ishq - 4 in Hindi Love Stories by soni yadav books and stories PDF | जलता इश्क - 4

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जलता इश्क - 4

कियारा अब चुप हो जाओ... इस तरह लगातार रोने से तुम्हारी तबीयत खराब हो जाएगी और एक महीने में हमारे एग्जाम भी स्टार्ट होने वाले हैं।।।। तुम्हें किसी तरीके से अपनी हिम्मत बांधने होगी और अपने सपने को पूरा करना होगा। प्लीज इस तरीके से रोकर तुम अपना फ्यूचर क्यों बर्बाद कर रही हो? कियारा की दोस्त प्रगति उसे लगातार समझाए जा रही थी।

 लेकिन कियारा जब से कॉलेज आई थी उसने क्लासेस छोड़ दी और वापस कैंटीन में बैठे हुए जा रही थी। उसे समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर उसके बड़े भैया उसके साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं? 

 प्रगति की बातें सुनने के बाद कियारा ने रोते हुए अपने आंसू पोछे और प्रगति की तरफ देखते हुए कहा ....फ्यूचर बचा ही कहां है? मैं इशांक से प्यार नहीं करती।।। लेकिन फिर भी भैया मेरी शादी उससे जबरदस्ती करवा रहे हैं! मुझे भैया के फैसले से कोई दिक्कत नहीं होती !उन्होंने मेरे लिए जो किया वह शायद कोई भी भाई अपनी बहन के लिए ना करता !उन्होंने अपना बचपन छोड़कर मुझे पहले पाला पोसा।।।उन्होंने मेरे लिए बहुत कुछ किया है।। मां पापा के जाने के बाद वही मेरे आखरी सहारा थे ,तो उनकी इच्छा का मैं पूरा सम्मान करती हूं !!

लेकिन इशांक वह एक अच्छा लड़का नहीं है और मेरी पूरी जिंदगी खराब हो जाएगी ।।मेरा लाइफ में बस एक ही सपना था कि मैं एक अच्छी वकील बनू।।लेकिन भैया कहते हैं कि जब इतना पैसा और इतना सब कुछ है तो वह वकील जैसी मामूली छोटी नौकरी क्यों ही करने चाहती है ।।लेकिन मैं सच में एक अच्छा वकील बनना चाहती हूं। लेकिन मेरे भैया को मेरे सपने नहीं दिखाई दे रहे हैं ।मैं इस तरीके से रोज घुट कर जी रही हूं ।।।इससे अच्छा तो मैं मर ही जाऊं! कहते हुए एक बार फिर से कियारा के आंसू लगातार गिरने लगे....

यह सुनकर प्रगति ने उसके आंसुओं को पूछा और उसके हाथों को अपने हाथों में लेते हुए कहा ....देखो कियारा इस हालत में हिम्मत से काम नहीं होगी तो क्या होगा।।।तुम्हारा सपना वकील बनने का है तो इस सपना के बीच में तुम्हें किसी को भी नहीं आने देना होगा।।। भले ही विहान भैया तुम्हारी शादी जबरदस्ती करवा रहे हैं लेकिन फिर भी इशांक ने वादा किया है कि वह तुम्हें आगे की पढ़ाई कंटिन्यू रखवाएगा ।


।तुम समझ नहीं रही हो प्रगति, मुझे उस इशांक पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है और यह शादी सिर्फ एक बिजनेस डील है।। वह जब भी मुझे मिलता है या मुझे छूने की कोशिश करता है मुझे एक कंपकंपी सी आती है ।।।लेकिन मैं मजबूर हूं ,मैं कुछ भी नहीं कर सकती हूं! इशांक के साथ शादी करने से भैया को एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट मिल जाएगा और उनके हिसाब से कंपनी बहुत अच्छे पोजीशन पर पहुंच जाएगी।। लेकिन मेरा क्या? 

 मेरी तो अपनी पूरी जिंदगी खराब होने के कगार पर आ चुकी है।।।।।।। मैंने भैया को बहुत बार समझाने की कोशिश की है लेकिन वह मेरी बातों को नहीं समझते और पता नहीं क्यों ? भाभी भी मुझे बिल्कुल नहीं समझ रही है उन्हें तो जब देखो तब मेरी गलतियां ही नजर आती है ! कियारा यह सब कुछ कहना नहीं चाहती थी, वह अपने घर के हालात किसी से नहीं बताना चाहती थी ।लेकिन हालात इतने बुरे हो चुके थे कि अगर वह किसी से शेयर ना करते तो शायद वह अंदर ही अंदर घुटकर मर जाती ।।।


प्रगति उसके बचपन की दोस्त थी और उसके हर हालत को बहुत अच्छे तरीके से समझती थी।। लेकिन वह भी जानती थी कि विहान भैया के डिसीजन के आगे कोई कभी, कुछ भी नहीं कर सकता है।।।।


वह कियारा को हिम्मत तो देती लेकिन वह भी जानती थी कि अगर वह खुद भी कियारा की जगह पर होती तो शायद वह इस इशांक से कभी शादी न कर पाती या फिर सुसाइड कर लेती।। क्योंकि ईशाक जैसे लड़के के साथ शादी करने का मतलब है कि अपनी पूरी जिंदगी को खत्म कर लेना, लेकिन अभी फिलहाल उसके पास बस एक ही रास्ता था कि वह किसी तरीके से कियारा को हिम्मत देती रहे.....

*********


छुट्टी का समय था जब कियारा और प्रगति दोनों ही कॉलेज के गेट से बाहर निकले और सहसा ही दोनों की नजरे सामने सड़क के उसे पार चली गई...जहां पर एक वाइट कलर की कार के बाहर इशांक खड़ा था ।।।उसने ब्लैक कोट पेंट के साथ एक ब्लैक गॉगल्स लगाया हुआ था और उसकी हाइट काफी अच्छी थी और वह देखने में भी बहुत हैंडसम था।।। लेकिन वह कहते हैं ना कि हर खूबसूरत चीज अच्छी नहीं होती है ।।


इधर इशांक की नजरे भी कियारा के ऊपर पहुंची और सड़क पार करके वह आकर तेजी से उसे घूरने लगा और कियारा की नजरे अपने आप नीचे हो गई ।।


वह एक्चुअली..... प्रगति कह ही रही थी कि तभी इशांक ने प्रगति की तरफ देखा और कहा.... तुम सिर्फ कियारा की दोस्त हो,मेरी नहीं तो मेरे और कियारा के बीच में इंटरफेयर मत करो ।।

प्रगति कुछ ना बोली और कियारा के कंधे पर हाथ रखते हुए बोली.... मैं चलती हूं ,तुम्हें कल कॉलेज में मिलती हूं ! कियारा ने भी अपना सर हिला दिया और प्रगति वहां से चली गई।।।


 उसके जाने के बाद ईशाक ने कियारा की तरफ देखा और गुस्से से बोला.... तुम्हें समझ में नहीं आता कि मैं कब से यहां पर तुम्हारा वेट कर रहा हूं !एक तो सुबह तुमने आने से मना कर दिया अपने फालतू की यह बहाने बनाकर और अभी भी तुम कॉलेज से इतना लेट निकल रही हो।। सब लोग जा चुके हैं ।।अंदर क्या कर रही थी ...कही किसी लड़के के साथ........

इशांक प्लीज .....कियारा ने इस पर तड़पकर कहा !!लेकिन उसे कोई फर्क नहीं पड़ा और उसने कियारा की एक बाजू पड़कर हल्के से दबाते हुए कहा.... माल चलो! मुझे तुम्हें कुछ शॉपिंग करवानी है!


 लेकिन मुझे कोई शॉपिंग नहीं करनी है ,मेरे पास ऑलरेडी बहुत सारे कपड़े हैं! कियारा ने बिल्कुल ही डरी भरी आवाज में कहा तो इशांक ने कहा..... तुम्हारे नाटक झेलने के लिए मैं तुमसे शादी नहीं कर रहा हूं ।।।।। लगाऊं अभी विहान  के पास फोन.....


नहीं ,प्लीज ऐसा मत करना...! मैं चलती हूं तुम्हारे साथ! कियारा ने कहा तो इशांक ने उसकी बाजू पकड़ी और उसे जबरदस्ती घसीटते हुए सड़क के इस  पार ले आया।।।।।