पिछली कहानी में हमने पढा़ कि आयांशी प्रीत से मिलने उसके विला आती है और वो उसके कमरे के अन्दर बने एक और कमरे के नजारे को देखकर शोक्ड़ हो जाती हैं।
अब आगे..........
आयांशी उस आलिशान कमरे के अन्दर जाती है पर सामने का नजारा देखकर उसे उसकी आँखों पर विश्वास नहीं होता हैं। वो देखती है कि वो एक बडा़ स्टडी़ रुम था और उस रुम की एक वॉल पर आयांशी की एक बहुत बडी़ व सुन्दर तस्वीर लगी हुई थी। आयांशी उस तस्वीर को उस कमरे में देखकर एकदम शोक्ड़ हो जाती हैं। वो प्रीत को इस तस्वीर के बारे में पूछने के लिए जल्दबाजी में उस कमरे से बाहर निकलने लगती है। कि तभी वो अपने सामने किसी लड़के से टकरा जाती है और गिरने ही वाली थी कि तभी वो लड़का उसे अपनी बाँहों में पकड़कर उसे गिरने से बचा लेता हैं। आयांशी देखती है कि वो लड़का कोई और नहीं बल्कि सम्राट ही था। ये देखकर आयांशी शोक्ड़ हो जाती है और जल्दबाजी से सम्राट की पकड़ से छूट जाती हैं। और बोलती है- तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे छूने की?? यह सुनकर सम्राट गुस्से से आयांशी के हाथ को पकड़कर उसे पीछे की दिवार से सटा देता हैं। और अपने होंठ आयांशी के होंठो के करीब लाता है। यह देखकर आयांशी ड़र जाती है और अपनी आँखें बन्द कर देती हैं। कुछ देर बाद जब वो आँखें खोलती है तो देखती है कि सम्राट अभी भी उसके इतने ही करीब खडा़ था। आयांशी ड़रते हुए सम्राट से- प्लीज, मुझे जाने दो। यह सुनकर सम्राट आयांशी से सख्त आवाज में- तुम मेरे कमरे में क्या कर रही हो??यह मेरा कमरा और मेरे कमरे में कोई भी मेरी परमिशन के बिना नहीं आ सकता और अगर कोई गलती से आ जाए तो उसे उसका अंजाम भुगतना ही पड़ता हैं। और एक डे़विल स्माईल के साथ आयांशी को देखने लगता हैं।आयांशी ड़रते हुए सम्राट से- छोड़ दो मुझे, मुझे जाने दो। यह सुनकर सम्राट आयांशी के थोडा़ और करीब आ जाता है। यह देख आयांशी- क्या चाहिए तुम्हें?? प्लीज मुझे जाने दो। यह सुनकर सम्राट आयांशी को सॉफ्ट टॉन से बोलता है- जाने दूँगा पर एक शर्त पर। यह सुनकर आयांशी खुश हो जाती है और बोलती है- क्या शर्त है?? सम्राट- आज से तुम सिर्फ और सिर्फ मेरी हो। तुम पर सिर्फ मेरा अधिकार हैं। यह सुनकर आयांशी शोक्ड़ हो जाती है और कुछ कहने ही वाली थी कि तभी सम्राट ने आयांशी को कमर से पकड़कर अपने से सटा देता है और अपने होंठ आयांशी के होंठो पर रखकर उसे किस कर देता हैं। इस इन्सिडेंट से आयांशी के होश ही उड़ जाते हैं।
सम्राट आयांशी की आँखों में देखते हुए- आज से तुम सिर्फ और सिर्फ मेरी हुई। अब से तुम पर सिर्फ और सिर्फ मेरा अधिकार है। अगर तुम्हारी तरफ कोई आँख उठाकर देखेगा तो मैं उसे जान से मार दूँगा। सम्राट अपने होंठ आयांशी के कान के पास लाते हुए बोला- यू आर ओनली माईन। यह कहकर वो आयांशी को खुद से दूर करके वहाँ से एक डे़विल स्माईल के साथ चला जाता है पर आयांशी अभी भी वहीं की वहीं स्टेच्यू की तरह खडी़ थी।