"मिन ने कहा कि ये सब तुम्हारे पापा ने किया, तुम्हारे पापा ने तुम्हारी माँ का कत्ल किया और मेरी माँ को फँसा दिया!" शाओबो गुस्से से चिल्लाई, "ऐसा तुम कैसे कह सकते हो! तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई! मेरे पापा ऐसा नहीं कर सकते, वो तो मेरी माँ से बहुत प्यार करते थे!" मिन ने कहा, "अच्छा? तो फिर बताओ क्या तुम्हें पता है वो कैसे मरी?" शाओबो ने कहा, "मुझे नहीं पता, पर इसका मतलब ये नहीं कि तुम मेरे पापा पर झूठा इल्ज़ाम लगाओ! चले जाओ यहाँ से! निकल जाओ!" मिन कहता है, "तुम्हें यक़ीन करना होगा, क्योंकि यही सच है!" शाओबो ने कहा, "अगर तुम मुझे कोई सबूत भी दे दो तो भी मैं यक़ीन न करूँ! मुझे अपने पापा पर पूरा भरोसा है! तुम झूठे हो!" मिन ने कहा, "तुम्हें मानना होगा! मानना होगा तुम्हें, क्योंकि यही सच है!" तभी शाओबो बेहोश हो जाती है और पुलिस भी आ जाती है, पर जब तक पुलिस वहाँ पहुँचती, मिन शाओबो को लेकर वहाँ से चला गया। जिमी ने ग़ुस्से में पुलिस की कॉलर पकड़कर कहा, "तुम कैसे पुलिसवाले हो? तुमसे एक किडनैपर नहीं पकड़ा जा रहा!" शाओबो के पापा ने उसे शांत किया और वो वहाँ से चले गए।
दूसरी तरफ, शाओबो को जब होश आया तो उसने खुद को मिन की बाहों में पाया, लेकिन फिर शाओबो उसकी गोदी से उठ गई और कहा, "मैं यहाँ क्या कर रही हूँ? और तुम कौन हो?" ये सुनकर मिन ने कहा, "क्या? क्या तुम नहीं जानती मुझे?" तभी सिमी आती है और कहती है, "ये बस तुम्हारी हेल्प कर रहे थे, और कुछ नहीं!" फिर सिमी मिन को कोने में ले जाती है और कहती है, "भाई, क्या आप पागल हो गए हैं? मैंने आपको बताया था न कि इसे बीमारी है, इसे जब भी शॉक लगता है तो ये बेहोश हो जाती है और सब कुछ भूल जाती है!" मिन कहता है, "अच्छा? तो अब मैं क्या करूँ? मैं इसे उस ज़लील इंसान को भी नहीं दे सकता!" सिमी कहती है, "मेरे पास एक आइडिया है! तुम इसे ये कहो कि तुम इसके हसबैंड हो और ये तुम्हारी वाइफ है!" मिन कहता है, "तुम पागल हो क्या? मैं ऐसा कुछ नहीं कर रहा!" लेकिन सिमी बोलती है, "ठीक है! फिर मत कहो! मैं उसे सब बता देती हूँ सच-सच!" मिन कहता है, "रुको! मैं ऐसा करूँगा!" और फिर वो एक होटल में जाते हैं। मिन सिमी को फोन करके पूछता है, "इसकी याद्दाश्त कब वापस आएगी?" सिमी कहती है, "ये बताना मुश्किल है, लेकिन अगर वो अपने लोगों के पास रहे तो आ जाएगी।" तो मिन कहता है, "ठीक है!" और फिर वो एक आदमी को बुलाता है और कहता है, "जल्दी से कुछ भी करो पर जिमी को यहाँ लेकर आओ!" फिर सिमी आती है और जिमी को बंधा हुआ पाती है। वो उसे देखकर कहती है, "भाई! आप कितने अच्छे हो! आप मुझसे इतना प्यार करते हो कि आपने मेरे लिए मेरे प्यार को किडनैप कर लिया! लेकिन आपने इसे बाँधा क्यों है? बेचारे को दर्द हो रहा होगा!" मिन कहता है, "क्या? किसने कहा कि मैंने तुम्हारे लिए किया है? ये तो शाओबो का बचपन का दोस्त और हसबैंड है उसका, इसलिए इसे यहाँ लाया हूँ ताकि ये शाओबो की याद्दाश्त वापस लाने में मदद करे!" जिमी को होश आ जाता है और वो ग़ुस्से में कहता है, "कौन हो तुम? क्या चाहते हो मुझसे?" मिन कहता है, "मैं बस तुमसे इतनी मदद चाहता हूँ कि तुम शाओबो की याद्दाश्त वापस लाने में हमारी मदद करो!" ये सुनकर जिमी कहता है, "क्या तुम ही हो जिसने मेरी शाओबो को किडनैप किया? तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई? मैं तुम्हें छोड़ूँगा नहीं!" मिन कहता है, "जैसे तुम्हें किडनैप करने की हिम्मत हुई, वैसे ही!" फिर सिमी ने कहा, "अगर तुमने मदद नहीं की तो शाओबो की याद्दाश्त कभी वापस नहीं आएगी!" जिमी कहता है, "तुम? तुम तो वही पागल लड़की हो न?" सिमी ने कहा, "पागल नहीं, तुम्हारे प्यार में पागल! बोलो!" जिमी ने बोला, "क्या पागल लड़की हो तुम! मैंने तुमसे कहा न कि मैं तब तक लड़कियों से बात नहीं करूँगा जब तक शाओबो को उसका हमसफ़र न मिल जाए! तुम्हें समझ नहीं आता?" सिमी ने कहा, "ये क्या बेकार बहाना देते हो तुम! पागल कहीं के! बात नहीं करनी है तो मत करो!" और फिर वहाँ से चली जाती है। मिन बोलता है, "तुम्हें मेरी मदद करनी है या नहीं?" जिमी बोलता है, "नहीं!" मिन कहता है, "ठीक है! फिर वैसे भी तुम मेरी नहीं, शाओबो की मदद करते!" तब जिमी कहता है, "आगे का पार्ट कल आएगा! फीडबैक देना मत भूलना! बाय बाय! टेक केयर! लव यू ऑल!