Love or Love - 2 in Hindi Drama by Unknown books and stories PDF | Love or Love - 2

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Love or Love - 2

मिन ने शाओबो के सिर पर गन लगा दी और कहा, "अगर तुमने मेरी बात नहीं मानी, तो मैं तुम्हें मार दूंगा!" शाओबो कांपती आवाज़ में बोली, "मैं तुम्हारी बात नहीं मानूंगी। तुम बहुत बुरे हो!" मिन का गुस्सा चरम पर था — उसने ट्रिगर दबा दिया... लेकिन गोली शाओबो की तरफ नहीं, आसमान में चली। गन की तेज़ आवाज़ सुनकर शाओबो डर से कांप गई और बेहोश होकर ज़मीन पर गिर पड़ी।

दूसरी तरफ... जिमी बेहद परेशान था। उसने हर जगह शाओबो को ढूंढा, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। आख़िरकार, उसने शाओबो के पापा को कॉल किया और सारी बात बता दी। ये सुनते ही शाओबो के पापा घबरा गए। दोनों ने मिलकर पूरी कोशिश की शाओबो को ढूंढने की... लेकिन नाकाम रहे।

उधर, जब शाओबो को होश आया... उसने चारों तरफ देखा — वो अब भी उसी अजनबी कमरे में थी। "क्या मैं मर गई हूँ?" उसने डरते हुए पूछा। मिन सामने से आया और बोला, "नहीं, तुम मरी नहीं हो। तुम मेरे कमरे में हो।" ये सुनते ही शाओबो घबरा गई और बोली, "देखो... मुझसे दूर रहो! मेरे साथ कुछ मत करना। मैं जो कहोगे, वो करूंगी..." मिन ने गहरी सांस लेते हुए कहा, "तुम्हें डरने की ज़रूरत नहीं है। मैं तुम्हें कोई नुकसान नहीं पहुँचाऊंगा। मैं उस वक़्त बहुत गुस्से में था... मुझे माफ़ कर दो। अब तुम आराम करो, खाना खा लो... फिर बात करते हैं।"

थोड़ी देर बाद, एक मेड उसके कमरे में आई और पूछा, "मैम, आप क्या खाना चाहेंगी?" शाओबो ने गुस्से में जवाब दिया, "मुझे कुछ नहीं चाहिए। मुझे मिन के पास ले चलो!" मेड हिचकिचाते हुए बोली, "आप अभी नहीं जा सकतीं। अगर मैंने आपको वहां ले जाया, तो वो गुस्सा हो जाएंगे।" शाओबो ने कहा, "मुझे पता है उसने मुझे पैसों के लिए किडनैप किया है... बस मुझे उससे मिलवा दो।"

जब वो मिन के सामने पहुंची, उसने सीधा सवाल किया: "बोलो! तुम मुझसे क्या चाहते हो?" मिन ने धीरे से कहा, "मुझे तुमसे पैसे नहीं चाहिए... मुझे तुमसे मदद चाहिए।" शाओबो ने हैरान होकर पूछा, "मैं तुम्हारी मदद कैसे कर सकती हूं?" मिन थोड़ी देर चुप रहा... फिर धीरे से बोला, "मैं तुम्हें एक बात बताता हूं, लेकिन वो तुम्हें राज़ रखनी होगी।" शाओबो ने सिर हिलाया, "ठीक है, बताओ।" मिन ने गहरी सांस ली और कहा: "जब मैं छोटा था, मेरे पापा की मौत हो गई थी। मेरी मां तुम्हारे पापा के घर काम करती थीं। एक दिन अचानक हमारे घर पुलिस आई और मेरी मां को मर्डर के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार कर लिया। बाद में उन्हें फांसी की सज़ा सुना दी गई... जबकि असली कातिल कोई और था।" शाओबो चौंक गई। "किसका मर्डर हुआ था? और तुम्हारी मां को क्यों फंसाया गया?" मिन ने कहा...

To Be Continued... (Part 3 में सामने आएगा छुपा हुआ सच — और शाओबो को मिलेगी एक चौंकाने वाली जानकारी!) Thanks for reading! अपना फ़ीडबैक ज़रूर देना — ये मेरे लिए बहुत मायने रखता है! Bye bye, take care! love you all love you all love you all love you all  thanks for reading. T