मां ने आज बालों को फेरा है पापा ने भी कहा तू सवेरा है
पर देखकर इनकी बढ़ती उम्र को अब मुझ पर जिम्मेदारियों ने डाला डेरा है!
अब मेरे शौक भी मझसे मिला नही करते मैं वो निर्जीव विटप हूं जिसके पत्ते भी हिला नहीं करते
अब पैसा कमाने लगा हूँ, दोस्त नहीं जो दोस्त हैं, वो मुझसे गिला नहीं करते.....