चाँदनी ओढ़े रात खड़ी है,
तारों की बारात सजी है।
नींद की परियां लेकर आई,
सपनों की वो थाली भरी है।
दिनभर की थकान अब जाये,
सुकून से मन मुस्काए।
हर चिंता को अलविदा कहो,
अब मीठे सपनों में बहो।
तारों से बातें करना तुम,
चाँद को राज़ सुनाना तुम।
रात की इस प्यारी चुप में,
हर पल को महसूस करना तुम।
ईश्वर रखे तुम्हें सलामत,
हर ख्वाब हो कल हकीकत।
सो जाओ अब, न करो बात,
शुभ रात्रि कहती है ये रात। 🌟