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🌙 गुड नाइट मोटिवेशनल कविता 🌙 रात की चादर तन्हा नहीं होती, हर तारे में एक उम्मीद सोती। थक गए हो तो थोड़ा रुक जाओ, कल फिर से नया सपना सजाओ। जो अधूरा है, वो कल पूरा होगा, जो गिरा है, वो फिर से खड़ा होगा। हार सिर्फ एक पल की कहानी है, असली जीत तो सुबह की निशानी है। नींद से पहले एक वादा करो, खुद से फिर जीतने का इरादा करो। क्योंकि तू बना है कुछ कर दिखाने को, हर रात है सुबह बनने जाने को। तो मुस्कुरा के अब सो जाओ, कल फिर खुद को साबित करने आओ। गुड नाइट, सपनों में तैयारी करना, कल फिर दुनिया से लड़ाई करना।
✨ एक छोटी सी मुस्कान ✨ एक छोटी सी मुस्कान हो, दिल से निकली जान हो, बिना कहे जो सब कह जाए, ऐसी कोई पहचान हो। चांदनी सी रातों में, तारों की बातों में, तू मिल जाए ख्वाबों में, बन जाए वो बातों में। बचपन की मिठास हो, संग तेरा एहसास हो, हर लम्हा कुछ कहता जाए, तू पास हो, ये आस हो। फूलों सा नर्म दिल तेरा, हवा सा प्यारा अंदाज़ हो, तू रहे सदा मुस्कुराता, तेरे नाम ये अल्फाज़ हो।
✨ "उड़ान अभी बाकी है" ✨ ठोकरें खा के ना रुक, ये तो शुरुआत है, हर गिरावट के बाद, छिपी जीत की बात है। जो आज थम गया, वो कल को क्या करेगा? हौसलों की आग से ही, मुकद्दर सजा करेगा। रास्ते कठिन हैं, मंज़िल भी दूर है, पर तेरे इरादों में अब भी नूर है। मत देख कि लोग क्या कहेंगे तुझसे, तू बस खुद से लड़, जीत आएगी तुझसे। थक कर बैठना मंज़ूर नहीं तुझे, अभी तो औरों को दिखाना है कि क्या है तू। अंधेरे में चमकता है जो, वो ही सितारा कहलाता है, हार को गले न लगाना, तू खुद की क़ीमत जानता है। जो रुक गया वो खो गया, जो चल पड़ा वही खोद गया — हर मुश्किल के सीने पर, अपना नाम जो मोड़ गया। 🔥 हौसला रख, तू तूफ़ानों से भी लड़ जाएगा, ये तेरा वक्त है, तू अब खुद को गढ़ जाएगा। 🔥
🌙 मीठे सपनों की रात 🌙 चाँदनी बिखरी है आसमां में, तारों की बारात है, नींद की रानी आई है, सपनों की सौगात है। सुकून भरी ये ठंडी हवा, मन को भी भाए, थकन सभी अब उड़ जाए, ख्वाबों में रंग छाए। रात ने ओढ़ी चादर काली, सितारे करते हैं बातें, फरिश्ते लोरी गाते हैं, मीठी-सी सौगातें। आँखों में बस जाए खुशी, हर सपना सच हो जाए, सुबह जो जब आँख खुले, हर पल रोशन हो जाए। तो कहता हूँ मैं धीरे से, शुभ रात्रि, मीठे सपने, दिल से दूं दुआ तुम्हें, हर रात बने सुनहरी यादें।
🌞 सुप्रभात की प्रेरणा 🌞 नई सुबह है, नया उजाला, सपनों को फिर से दो दोबारा हवाला। जो बीत गया, वो सबक बन जाए, आज का दिन, नई कहानी लाए। उठो चलो, मत रुको अब, हर मुश्किल से लड़ो बेखौफ सब। सूरज भी रोज़ नया किरदार निभाता, थकता नहीं, बस आगे बढ़ता जाता। हौसला रखो, विश्वास भी साथ हो, मन में हो आग, और आंखों में बात हो। छोटे कदम भी मंज़िल ला सकते हैं, जो खुद पे भरोसा करे, वो सब कर सकते हैं। तो मुस्कुराओ, उठो, संकल्प लो, सपनों की ओर पहला कदम चलो। आज तुम्हारा है, इसे खास बनाओ, सुप्रभात कहो और जीतने निकल जाओ।
शाम की चादर 🌆 धीरे-धीरे ढलता सूरज, ले आया फिर शाम का सुरज। सुनहरी किरणें कहती हैं बात, थक गया दिन, अब लो विश्राम। हवा चली कुछ नरम सी, फिज़ा में घुली कोई ग़ज़ल सी। चिड़ियों का शोर, घर की उड़ान, समय हुआ अब लौट के जान। बच्चों की हंसी, बाजार की रौनक, हर दिल में अब है थोड़ी सी हलचल। काम के बोझ से अब मिली राहत, शाम आई लेके सुकून की चाहत। तारों की बारात होगी जल्द ही, चाँदनी कहेगी — "अब मैं भी आई।" रंगीन ये पल, मीठे से ख्वाब, शाम कहे — "जी लो ये लम्हा जनाब!"
चाँदनी ओढ़े रात खड़ी है, तारों की बारात सजी है। नींद की परियां लेकर आई, सपनों की वो थाली भरी है। दिनभर की थकान अब जाये, सुकून से मन मुस्काए। हर चिंता को अलविदा कहो, अब मीठे सपनों में बहो। तारों से बातें करना तुम, चाँद को राज़ सुनाना तुम। रात की इस प्यारी चुप में, हर पल को महसूस करना तुम। ईश्वर रखे तुम्हें सलामत, हर ख्वाब हो कल हकीकत। सो जाओ अब, न करो बात, शुभ रात्रि कहती है ये रात। 🌟
🌅 सुबह की रौशनी 🌅 सुबह की किरणें आई हैं, सपनों को फिर जगाई हैं। ठंडी-ठंडी हवा का झोंका, दिल में नई उमंग समाई है। चिड़ियों ने गीत सुनाया है, सूरज ने प्यार जताया है। हर पत्ता, हर फूल हँसता है, प्रकृति ने सबको चूम लिया है। नई सुबह, नया इरादा हो, हर पल बस खुशियों से प्यारा हो। बीते कल को छोड़ के चलो, आज को सुंदर सवेरा बनाओ।
"सपनों की उड़ान" ✨ (लेखक: ANKIT) छोटे से घर में जनम लिया, फटे हुए कपड़ों में दम लिया। माँ की ममता, बाप का पसीना, हर दिन सीखा जीना ही जीना। ना किताबें थीं, ना कोई कलम, पर आँखों में थे सपनों के धरम। चाँद छूना था, बस ठान लिया, हर दर्द को अपना मान लिया। दिन में मज़दूरी, रातों में पढ़ाई, थी आँखों में उम्मीद की सच्चाई। थोड़ा-थोड़ा कर के बढ़ा सफर, हर ठोकर बनी एक नया हुनर। कभी भूखा सोया, कभी आँसू पिए, पर हार नहीं मानी, हौसले जिए। आज वो बच्चा, कल का सितारा, बन बैठा है खुद की तक़दीर का सहारा। अब गाँव के बच्चों को राह दिखाता है, हर ग़रीब को उम्मीद दिलाता है। कहता है, “सपने सबके होते हैं सच्चे, बस मेहनत के पंख होने चाहिए पक्के।”
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