शिकवा क्या करें उनसे जो वक्त आने पर बदल गए
शिकवा तो हमें हमसे है की क्यों हम उन नकाबपोश को समझ ना सके
उनके नकाब हमें दिखाई भी तो दिए थे लेकिन क्यों उन्हें नजर अंदाज कर दिया
क्यों हमने अपने आप से यह छल कर दिया न जाने क्यों
हम उनको दोष नहीं देते और अपने आप को ही दोष देते हैं कि हमने उन पर इतना भरोसा क्यों किया
शिकवा हमें उनसे नहीं शिकवा तो हमें अपने आप से हैं कि क्यों हमने उनके रवैया को पहचाना नहीं जो वक्त बदलने पर खुद भी बदल गए और हम थे पागल सरफिरे की अपनी जिद पर अड़े रहे..
फिर भी मैं शुक्रगुजार हूं मेरे रब कि उन्होंने मुझे यह एहसास दिलाया... जय श्री कृष्ण 🙏🏻
- Bindu