शीर्षक : विनय की वंदना
कैसे जाने अंतर्ज्ञान को
ढूंढे कैसे जीवन में उसको।
संक्षिप्त जीवन में आज
खोलें विनय से राज।
होता है प्रभु का साम्राज्य
पहुंचते हैं जिसमें वंदना के साथ।
करता हूं वंदना विनय से आज
कैसे जाने प्रभु की प्राप्ति के राज।
लेकर जन्म माटी से आज
ढूंढे अल्पज्ञ समय में गहरे राज।
दिया है प्रभु ने अनंत ब्रह्मांड आज
छिपा है अनंत ब्रह्मांड का मन में राज।
करें वंदना प्रभु से आज
दूर करें हमारे जीवन से अंधकार आज।