ये जो तेरी मेरी प्यार कि कहानी है,
मत बता किसी को कितनी पुरानी है।
राह तकते कटे हैं कई मौसम,
बात अब भी वही सुहानी है।
ख़्वाब बिखरे पड़े हैं आँखों में,
ज़िंदगी बन गई निशानी है।
चुप हैं लब पर सिसक रही साँसें,
इश्क़ की ये अजब रवानी है।
सबूत न दे मुझे वफाई का'राजेश'
बयां कर रहा आँखों में जो पानी है।
- rajesh kaliya