एक पीढ़ी का ढोंग
दूसरी पीढ़ी के लिए रिवाज
और तीसरी पीढ़ी के लिए परंपरा बन जाता है🙃
और बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि
भारत जो कि कभी विश्वगुरु था
अब एक अंधभक्तों का देश है
जहां हर रिवाज परम्परा बिना सवाल या जानकारी के आंखे मूंद के मान ली जाती है भले वो सकारात्मक हो या नकारात्मक🫠
ArUu ✍️