सूर्य संवेदना पुष्पे:, दीप्ति कारुण्यगंधने।
लब्ध्वा शुभम् धूलि वंदने अस्मिन् कुर्यात्सर्वस्य मंगलम्।।
जिस तरह सूर्य प्रकाश देता है, संवेदना करुणा को जन्म देती है, पुष्प सदैव महकता रहता है, उसी तरह यह धूलि वंदन(होली)आपके लिए हर दिन, हर पल के लिए मंगलमय हो।```
आप को व आप के परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें*