नए बादशाह ने गद्दी संभालने के बाद
पुरानी बादशाहत की सारी निशानियां
मिटाने का मन बना लिया
ताकि लोग उन्हें भूल जाएं और
नए युग का आरंभ हो जाए।
नया इतिहास रचने के लिए उसने
शाही कलाकार को बुलाकर
नई मूर्तियां बनाने का आदेश दे दिया।
यह सुन कलाकार रोने लगा...
राजा ने पूछा कि- क्यों भाई, क्यों?
तो उसने कहा कि- वे मूर्तियां भी मैंने ही बनाई थीं
जिन्हें आपने तुड़वाया...
यह मूर्तियां जो आप बनवा रहे हैं,
इन्हें भी कोई नया बादशाह तुड़वाएगा!
हर मूर्ति के टूटने पर मेरा दिल टूटता है,
इसलिए अब मैं अपने हाथ कटवा लूंगा
पर कोई मूर्ति नहीं बनाऊंगा।
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राम_रावण_आज_फिर_मैदान_में
एक संघर्ष कर रहा है
पाँव-पैदल चलकर जुल्म-भ्रष्टाचार के खिलाफ
आवाज उठा रहा है
और भाड़े के टट्टुओं से धक्के खा रहा है
अपमान सह रहा है...
दूसरा अननोन विलोम कर रहा है
ध्यान के आनन्द में मदमत्त
कीमती समय मंदिर-मंदिर भ्रमण में गंवा रहा है
पुष्पक में जिंदगी के मजे लूट रहा है
और लालचियों से सम्मान पा रहा है...
बोलो किसे चुनोगे?
वास्तविक संघर्ष वीर को
या ढोंगी महावीर को!
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