अरे यार,आज तो क्या बात हो गई।
गुजरे हुए पल से मुलाकात हो गई।
उनसे पूछा हमने। रहते कहा हो..?
परदेसी बन गए वो, पहली ये बात हो गई।
सोचने लगे, की यार से कहे भी तो कहें क्या..??
आंखे बंध की उनकी याद में,
आंखों से एकदम मीठी यादों की बरसात हो गई.!
चलो, यार.! वो है जहां, रहे खुश वहा.!
उनकी जिंदगी तो हम से आज़ाद हो गई।
आज जितनी भी हुई गुफ्तगू उनसे,
मानो एक एक शब्द से,
मेरे दिल में खुशी की सौगात दे गई।
लफ्ज़ भले चुप रहे और एहसास आज भी ।
पर दिल से दिल की बात हो गई।