तुम हो ना...?
तुम मुझे समझ जाना , बाकी सबसे उम्मीद नहीं है .... पर, तुम से है !!!
मेरी ना कहीं बातों को "it's ok" वाली स्माइल से तुम समझ जाना ;
कुछ कहना है ?
यह ना कह सकु तो तुम अपने बेबाक अंदाज में पूछ लेना !
"बोल क्या कहना है ?"
हंसते चेहरे को देख शायद बाकी सब चले जाएंगे ......
पर तुम....
तुम, ठहर जाना
तुम भीतर भी एक नजर डाल देना !
क्योंकि तुमसे, उम्मीद है ।
हां उम्मीद है !
तुमसे मुलाकात हुई तो नहीं पर , जरूर होगी
यह उम्मीद है !
तुम कौन हो , कंहा हो , मालूम नहीं !
तुम दोस्त होगे , प्यार होगे , या हमसफर मालूम नहीं ...!!!
पर तुमसे उम्मीद रहेगी
मुझे पहचानने की ।
हेतार्थ
#शायरी #कविता#मातृभारती#status#thoughtsoftheday#myworld