आईने भी बडे ही हैरान हैं
एक शख्स इतना आसान है ।
उसके चेहरे पर शिकन तक नही
जब कि खतरे में उसकी जान है ।
दिल दे बैठा है उसको, जिसकी
खंजरों से अच्छी पहचान है ।
एक दिल और दो दावेदार
चाकू की नोक पर वो इंसान है ।
"रजनेश" मत जाव वहां पे
वहां मुश्किल में तुम्हारी आन है ।।