मात्र नात जात भेद भाव धर्म के नाम कर दिया गया,
हाहा कार मचाकर देश को खुलेआम बेचा गया,
करप्शन के नाम पर एक एक गरीब किसान को लूट लिया गया,
बलिदान दे दे कर कितने वीर शहीद के नाम पर जान न्योछावर कर क्या गया,
इंसानों में एक इंसनियत के हौसला बनाने में कितनो की जान को बख्शा गया,
वतन के हर सैलाब मे एक एक और नोजवन ने भारत को बचाने में मां के चरणों को त्याग दिया,
किसी तरह आज मेरे देश को गणतंत्र का बनाने में एक हो कर सब नाती के लोग ने शहारा दिया।
🇮🇳 Náíshá