ये मुहावरे का अंदाज कुछ अलग नजर आता है,
उससे मिलने के लिए कमबख्त हर पल वक्त खरीदने का जी चाहता है,
जिंदगी चाहे या ना चाहे एक शक्श हर लम्हे में मेरे आंखो में बसा रहता है,
बाते हजार करू फिर भी दिल एक और लफ्ज़ सुनने को बेहाल सा रहता है,
क्या करू मजबूरी है वरना उसके साथ रहकर जिंदगी की हर चांदनी रात उसके साथ गुजरना चाहता है,
उसकी बाहों में रह कर दुनिया का हर एक खुशनुमा सफ़र मेरे हाथो मे हाथ डाल जिंदगी जीना चाहता है।
💕 नाईशा 💕