पा के तुम्हें हमने जीना सीखा है,
मुरझाई कलियों को खिलते देखा हैं ।
कमी थीं जो जिंदगी में उसे भरते देखा है,
दिन रात जिसे मांगे थे रब से,
वो सपना पूरा होते देखा हैं ।
बस यूं ही साथ चलना मेरे बच्चे,
खुशियों का खज़ाना सिर्फ़ तेरे संग देखा हैं।
- zeba Praveen