स्त्री...
उसके विषय में किसी से भी,
गलत बातें सुनकर जल्दी भरोसा मत करिए ।
और उसके चरित्र पर उंगली मत उठाइए।
क्योंकि दो ही तरह के लोग होते हैं
एक वह जो उसे संभालने के काबिल नहीं थे ,
उसे समझ नहीं सके।
और दूसरे वह ..
जो उसकी बराबरी नहीं कर सके।
उसके विरुद्ध खड़े लोग जब,
अपने सारे दांव पेंच हारने लगते हैं तो..
फिर उसके चरित्र पर उंगली उठाते हैं।
शुभ नवरात्री
- Soni shakya