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🎵 भउजी कहत बाड़ी, चलीं देवरजी असो,
देवघर में भोलेनाथ के दरस हो। 🎵
भोर भइले उठ के, काँवर सजाइब,
गंगाजल लेके, जय-जयकार लगाइब।
🕉️ बोल बम! बोल बम! हर हर बम बम!
सावन में गूंजे शिव के नाम,
भउजी के मन में भक्ति के धम!
🎶 भउजी कहे: "हे देवर, शिव के भजन गाई,
सावन में काँवर उठाई, दर्शन पाई!"
देवर बोला: "भउजी साथ चलS,
बम-बम के नारा साथ में उगलS!"
सावन के झूला, शिव के मेला,
हर मनई बना भक्त अकेला।
भउजी के साथे देवघर जाई,
भोलेबाबा से वर माँगि लाईं।