ठीक हो मैं कैसे पूछूं?
थोड़ा नही बहुत कुछ खालीपन सा महसूस होता है
सीने में दफ़न हुए वो बेहिसाब से तकलीफे
समझूं तो आंखों में आंसू शोर मचाने लगते हैं,
ख़बर कुछ न होकर भी मालूम सब कुछ होता है,
पर उलझन फिर से वो सामने आता है,
ठीक तो होगा वो शक्स जिसे हम हरपल याद करते हैं......!!!🌹
Manshi K