कुछ इस तरह बदल जाओगे
कभी सोचा ना था
पहले सिर्फ मेरे लिए तुम्हारा online आना
तुम्हारा status सिर्फ मेरे लिए लगाना
खुद पर गुरुर सा था तेरी मोहब्बत का
ये वहम भी अजीब चीज हैँ ना ?
कहते थे हिचकिया कमबख्त बहुत आती हैँ
याद काम किया करो
अब तो ये वहम पालना भी छोड़ दिया मैंने
- SARWAT FATMI