वो है कौन..??
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वो ख़्वाब नही एक खूबसूरत सा एहसास है
कोई अधूरा अल्फाज नही पूरा वो किताब है
क्या लिखूं मैं और क्या तारीफ़ करूं ?
मेरे लिए समझ पाना थोड़ा मुश्किल सा लगता है
वो है कौन दिल कहता है पूछ लूं मैं उससे एक बार
मैं उससे और उसकी तकलीफों से थोड़ा सा ही तो अंजान हूं....
समुंदर के पास आकर किनारे से लौट आती हूं
वो लगता है कोई उलझा सा पहेली मुझे
फिर भी उसकी उदासी और खामोश चेहरे से भी कुछ सवाल पूछ आती हूं
मुस्कुराहट उसकी मुझे अक्सर उलझन में डाल जाता है
सक की निगाहें मेरी उसके पास जाकर खामोश यूं हो जाता है
वो है कौन दिल कहता है पूछ लूं मैं उससे एक बार
मैं उससे और उसकी तकलीफों से थोड़ा सा ही तो अंजान हूं....
माना वो चांद नही है लेकिन खुला आसमां तो है
किसी की दिल की मोहब्बत ना सही पर चाहत तो है
एक दफा ही सही किसी की खुशी का वजह तो है
मालूम नहीं सब से मिलकर भी क्यों वो तन्हा रहता है?
तकलीफ है पास इतनी शायद इसीलिए मुस्कुराने से भी घबराता है
वो है कौन दिल कहता है पूछ लूं मैं उससे एक बार
मैं उससे और उसकी तकलीफों से थोड़ा सा ही तो अंजान हूं....