Dil ❤️...!!! poem by Rohit...!!!!
दिल लाल रंग का
गुलाब लाल रंग का प्रेम का प्रतिक
लाल रंग ऊर्जा का प्रतिक
तो धड़कता दिल हुआ
ऊर्जा से ओतप्रोत प्रेम का प्रतिक
❤️❤️❤️🌹🌹🌹🌹🌹🌹
दिल गुलाब की पंखुड़ियों जैसा नाजुक
दिल शीसे की तरह नाज़ुक
तभी तो कहते है दिल कभी न तोड़ो
वरना बिखर जाता हैं....
💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚
दिल का आ जाना कोई नई बात नहीं
मचल जाना दिल का बस की बात नहीं
दिल केवल दिल से सोचता है न कि दिमाग से
तभी तो टूटे हुए दिलो की
फहरीष्ट मजनू से महिवाल से रोमियो से
आज तक सच्चे इश्क़ करने वालो से
बढ़ती जा रही हैं
❤️❤️❤️
दिल दिमाग से नही समझेगा
दिल क्रोध से नही मानेगा
दिल मानेगा तो केवल
दिल और दिल के जज्बात से
🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷