अक्सर जिंदगी में होती है तन्हाइयां,
दिलों का हाल सुनाएं, खंजीर बन जाए।
इश्क में मिलता है दर्द और रुसवाई,
हर किसी का अफसाना, ये नजीर बन जाए।
दिल से जो बात निकलती है, राह कहा पाई,
हर गम को छुपाना, इक सफिर बन जाए।
ज़माना कातिल है, मोहब्बत दुश्मन सब जगा
दिल से जो लगता है, फकिर बन जाए।
हर किसी का अपना एक अफ़साना है,
कुछ हकीकत, अब तो बसिर बन जाए।
जिस राह पर चल रहे हैं हम सब,
उस राह पर मिलता बस ताजिर बन जाए।
जिंदगी के सफर में, कुछ रात, कुछ दिन,
सब मोड़ पर बस अब मुहाजिर बन जाए।
दिल से जो गुज़रता है, बस एक ख़्वाब है,
हर ख़्वाब को टूटने को बस हाजिर बन जाए।
खुशियों के पीछे छुपी है लबो उदासी,
हर मुस्कुराहट में बस जंजीर बन जाए।
हर शख्स अपने ग़म में है तन्हा,
दुनिया छोड, बस मुंतजीर बन जाए।
तन्हाइयां - एकांत
खंजीर - खंजर
इश्क - प्यार
रुसवाई - निराशा
अफसाना - कहानी
नजीर - दृष्टि
सफीर - यात्री
मुहाजिर - घुमुन्तु, विस्थापित
कातिल - हत्यारा
दुश्मन - दुश्मन
फकीर - तपस्वी
हकीकत - वास्तविकता
बसिर - अंतर्दृष्टि
ताजिर - व्यापारी
गुजरता - दर्रा
ख़्वाब - सपना
जंजीर - जंजीर
मुंतजीर - इंतज़ार
© जुगल किशोर शर्मा बीकानेर
आयुर्वेद का पहला नियम भोजन दवा रूपी ही ग्रहण करे । Diabetes Awareness Plan I मल्टीग्रेन अनाज की रोटी I राबड़ी @multigrain_Meal @Healthy_food I //कृपया प्रतिदिन आहार में जौ,ज्वार,मक्का,बाजरा,चना, मूंग और मोठ का ही दलिया व आटे की रोटी, राब-राबड़ी डोहे की राब-राबड़ी का सेवन करे और निरोगी काया रखें ।