कटी फटी पंतग और लूट झूठ सरबस
रे मनुआ बस नशा नास उगडू रे चरस
खुद पर शक करना, राह है खुद को पहचानने की,
बेजान यही रास्ता है असल खुदी को तलाशने में
शक से गुजर कर खुदी का राज़ जीं
यही रास्ता है असली खुदी एजाज में
खुद पर शक करना, खुद को जाने ए रास्ते में
यहीं असल सफर खुदी की मिजाज मे