मैं और मेरे अह्सास
अंधश्रद्धा का विष खतरनाक होता है l
जिंन्दगी मे जीवन से भरोसा खोता है ll
पूजा अर्चना मंत्र देकर क्या क्या करते l
मन के भीतर आशंका के बीज बोता है ll
आँखों पर लालच की पट्टी लगाकर l
अंध विश्वास पर यकीन कर सोता है ll
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह