राम नाम सु आलसी सत्ता कमीशन मद माय
देख तिहारा संग साथ, कुतका मीडिया जगाय
इण्डिया अगंस्ट करपसन, चेताया मन जलकुण्ड हांफ
भारत जोरू न्याय जात्रा, देखे मुहबत बंदरबाट साफ
एक झूठा कम मुआ, राजतनतर आदत से मजबूत
ईमान बईमान दावत गुलछर्रा अंकित अमित ताबूत
भ्रष्टाचार अमर हुजा, रोज देख्या नुआ षडयन्त्र
मखौल अन्ना सु किया, मुफताई मानूष सतुतन्त्र
थप्पड़ कछु ना काम ना या ईडी डण्डा कमाल
अमित अंकित शर्मा, सच्च पुषप, होरी छ धमाल
काश रिश्वत कमीशन लेते समय हाथ पकड़ें होते
तो आज पुलिस के डण्डे ईडी में जकड़ें ना होते
जर्मनी की ढलान और तेज रफतार, शायद कईयों को आकर्षित कर रही है, प्रलोभन और बदमाश्या के मर्ज ही मार्केट कब्जाये है, शायद वर्ड ईकानोमी में बहुत ज्यादा अप्रभावी है टाटा की कार और एटलस से ओला हमारे ठीक है । भ्रष्टाचार मजबूती नहीं मजबूरी, अजांम जरूरी
अयोधा धर्म यात्रा मार्ग में शायद मेरे लिए कमाल ही है, शिकोरे में मसाला चाय पी रहा हूॅं और पकोड़ें खा रहा हूॅं पर 30रू का पेमेंट पेटीएम से दे रहा हूॅं लाखों की भीड़ है, परन्तु दूकानदार की मुस्कराहट मुझे स्वाद,सुगन्ध, आवभगत से मेरे जैसे अभ्यागत को अन्ततः क्या मायने है, जय श्रीराम