हर रंग मैं ढल जाते है इश्क का अमृत पी जाते है,रंग रंग के फूल खिल जाते है,इंद्र धनुष के रंग मैं घुल जाते है।
बेपरवाह हो जाते है वो लोग,जो हर रंग मैं मिल जाते है,लाल पीला हरा नीला हर रंग उभर कर आते है।
जब इश्क के रंग में रंग जाते है सारा जहां रंगो मैं ढल जाता है।
हर तरफ गुलाल नजर आता है,गीत खुशी का गया जाता है, होली का त्योहार मनाया जाता। है।
गुमनाम शायर की और से अप सबको
होली की शुभकनाए 🙏🙏
-गुमनाम शायर