ख़ाक से बढ़कर कोई दौलत नहीं होती
छोटी मोटी बात पे हिजरत नहीं होती
पहले दीप जले तो चर्चे होते थे
अब शहर जले तो हैरत नहीं होती
रोटी की गोलाई नापा करता है
इसीलिए तो घर में बरकत नहीं होती
कोई क्या दे राय हमारे बारे में
ऐसे वैसो की तो हिम्मत नहीं होती
राहत इंदोरी