ज्ञान चक्षु खोल दे हे मां शारदे।
ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी तुम हो हे मां शारदे। ज्ञान की ज्योति जला दे हे मां शारदे।
ज्ञान की मशाल जला दे हे मां शारदे।
ज्ञान को विस्तार दो हे मां शारदे।
ज्ञान का भंडार दे हे मां शारदे।
घट घट में ज्ञान भर दे हे मां शारदे।
ज्ञान का सागर तुम हो हे मां शारदे।
ज्ञान के प्रकाश से प्रकाशित संसार
हो हे मां शारदे।
ज्ञान जगत को विस्तार दो हे मां शारदे।
ज्ञान जगत में भ्रमर बन कर विचरण करने
का वरदान दो हे मां शारदे।
अंतर्मन में ज्ञान की ज्योति जला दे हे मां शारदे। ज्ञान का वरदान देकर विद्वान् बना
दो हे मां शारदे।
अज्ञान तिमिर हर लो हे मां शारदे।
हम अज्ञानी को ज्ञानी बना दे हे मां शारदे।
ज्ञान की देवी तुम हो हे मां शारदे।
अंतर्मन में ज्ञान भर दे हे मां शारदे।
तेरे चरणों में शीश नवाएं हे मां शारदे।
तेरे चरणों में जयकारे लगाएं हे मां शारदे।
विमल मति दे हे मां शारदे।
तमस मिटा दो हे मां शारदे।
कुमति निवारिणी तुम हो हे मां शारदे।
सद्बुद्धि दे हे मां शारदे।
फल फूल और प्रसाद चढ़ाएं हे मां शारदे।
धूप दीप और आरती करें हे मां शारदे।
तेरे चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम
हे मां शारदे।
भूल चूक माफ करो हे मां शारदे।
कोटि कोटि प्रणाम हे मां शारदे।
जय जय हे मां शारदे।
-Anita Sinha