विषय - पैसा
दिनांक -2/02/2024
रिश्ते वहां पर अक्सर बिगड़ते,
जहां होता पैसों का अभाव।
धनवान को लोग पूछते हैं,
निर्धन को नहीं देते भाव।।
पैसों वालों की लाख गलतियां,
दुनियां की नजरों से छिप जाती हैं।
गरीब इंसान की छोटी सी गलती भी,
लोगों के लिए प्रचार बन जाती है।।
पैसा इंसान को सुख सुविधा देता,
शान शोहरत का जीवन दिलाता।
मैं ही जरूरी हूं जीवन के लिए,
यह घमंड और अहंकार भी लाता।।
पैसा जरूरी है जीवन चलाने के लिए,
पर अपनों के बिना है सब बेकार।
पैसा तो सिर्फ हाथ का मैल है,
इसकी वजह से रिश्तों में न डालें दरार।।
पैसा जीवन का मूल आधार है,
पर रिश्तों को इससे मत तौलिए।
अपने ही मुसीबत में साथ खड़े होते,
इस बात को भी मत भूलिए।।
किरन झा (मिश्री)
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री