मौत से प्यार...
ऐ मौत,
तु सत्य, शाश्वत और निरंतर है,
अब मुझे जिंदगी से नही बस तुझसे प्यार है।
तु ले चल ना साथ मुझे कही दूर...
की यह जिंदगीकी कडवी यादें न करे मजबूर।
पलके भिगोकर साथ रहु जिंदगी के,
तो क्यों न फिर
पलके बंद करके तेरे साथ में चलें?
तुझे मुस्कुराते हुए आता देख कर,
इकरारे प्यार करनेको दिल करता है !
ऐ मौत ,एक बार दिल फाड़कर मुझसे प्यार कर🙏🏻
ऐ मौत तु मेरे लिए अब हकीकत बन जा ,
तू ही अब मेरा अरमान।
जब तु आए लेने मुझे सब के लिए दर्द होगा,
पर में तेरे साथ उत्सव मनाऊॅगा!
ऐ मौत ,अब तूही मेरी जिंदगी का अंतिम सुकून होगी,
सब को छोडकर अब चलना है साथ तेरे।
तु दुल्हन बनकर आगोश में मुझे भर दे,
की कोई गम बाकी न रहे जिंदगी के!
भरत कुमार माली (राज)💓