जय जय श्री राम।
अयोध्या में अब तो आएंगे राम।
बुहारेंगे रस्ता आंचल से हो मेरे राम
नयनों की पलकों पे विराजो मेरे राम।
तेरे दर्शन दिव्य अब तो सब पाएंगे हे राम।
भींगे नयनों से निहारें तेरे रास्ते हो राम।
अंसुवन जल से पाद पंकज पखारें हो राम।
भाल तिलक चंदन लगाएं मेरे राम
आरती करें तेरी बेरी बेरी हो राम।
फिर से घर घर देव दिवाली मनाएं हो राम।
आज आएंगे मेरे रघुनंदन हो राम।
बीते हुए युग फिर से लौटेंगे हो राम।
खुशियों से हरषाएगी अयोध्या हो राम।
गुलाब की कलियों से सजाएंगे सिंहासन
आओ आओ विराजो सोने सिंहासन हो राम।
तेरे चरणों में गाएं भजन और सजाएं
भजन कीर्तन हो राम।
सतरंगी आजन बाजन से तेरा स्वागत करें
फिर से अयोध्या में विराजेंगे मेरे राम।
ना जाने हम भक्ति और ना जाने हम पूजा
हो राम।
हम तो तेरे चरणों की धूलि बन जाएंगे हो राम।
वंदना करने आए हो मेरे राम ।
मधुर दर्शन पाएं तेरे हो राम।
मेरे अंगना अयोध्या सजी हुई है।
गज मोती चौका पुराईब हो राम।
अब तो आएंगे फिर से हो राम।
बीते हुए दिन लौट आएंगे हो राम।
जय जय श्री राम।
-Anita Sinha