विषय - नई सुबह की नई किरण
दिनांक -02/01/2024
सूर्य की किरणों के साथ,
तम के बादल छंट जाएं।
भोर का सुंदर वातावरण,
सबके मन को बड़ा लुभाए।।
प्रातः पक्षियों की मीठी आवाज,
सबके मन को हर्षाती है।
नदियों की कल कल ध्वनि भी,
मधुर संगीत सुनाती है।।
नई सुबह की नई किरण में,
लेते हैं आज एक नया प्रण।
मौसम कितने बदल भी जाएं,
आलस्य का नहीं आए क्षण।।
इसी उमंग और तरंग के साथ,
करें एक नई सुबह की शुरुवात।
प्रातः राम नाम भजन से,
बन जायेगा फिर दिनभर खास।।
किरन झा मिश्री
ग्वालियर मध्य प्रदेश
-किरन झा मिश्री