“सुनते हैं के मिल जाती है हर चीज़ दुआ से”
सुनते हैं के मिल जाती है हर चीज़ दुआ से
इक रोज़ तुम्हें माँग के देखेंगे ख़ुदा से
इक रोज़ तुम्हें माँग के देखेंगे ख़ुदा से
दुनिया भी मिली है, ग़म-ए-दुनिया भी मिला है
दुनिया भी मिली है, ग़म-ए-दुनिया भी मिला है
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था ख़ुदा से?
वो क्यूँ नहीं मिलता जिसे माँगा था ख़ुदा से?
सुनते हैं के मिल जाती है हर चीज़ दुआ से
इक रोज़ तुम्हें माँग के देखेंगे ख़ुदा से
आईने में वो...
आईने में वो अपनी अदा देख रहे हैं
आईने में वो...
आईने में वो अपनी अदा देख रहे हैं
मर जाए, मर जाए के जी जाए
सुविचार
कोई उनकी बला से
सुनते हैं के मिल जाती है हर चीज़ दुआ से
इक रोज़ तुम्हें माँग के देखेंगे ख़ुदा से
सुनते हैं...
🙏🏻