मैं वो वक़्त था जिसे भुला दिया गया
मैं वो पेड़ था जिसे काट दिया गया
मैं वो उजाला था जिसे अंधेरे ने दबा दिया
मैं वो हरा पत्ता था जिसे किसीने तोड़ दिया
मैं वो चांद था जिसे बादलों ने ढक दिया
मैं वो याद था जिसे किसीकी चाह ने भुला दिया
मैं वो rajdip था जिसे लफ़्ज़ों ने lfzkar बना दिया
मैं था जो अभी हूं नहीं
वो है जो कभी था नहीं