सतमत सहत्ता तन्त्रलोक बेहुदी सर ओर है
खेर ख्वाह सै माल वाल गुरबत सब शोर है
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सल्ली प्लेट, बा जा जनता नु पलेट, सोबत ए लबरेज है
मुफत मुफिद मालमार बढचढ फिरू बोल खैला परहेज है
रस्टी मलंग यह साल तेईस राहु बस यु कटोरा सहेज है
कह रही है राशन गार्ड की वाही वाही, गपशप मुलेट है
रे श्याम सखा मात जानकी मन वन ढुढे ओ आखेट है
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जबसे पैग के डबल रेट पर छपा है, मुफत का स्नेक है
स्लोगन भा गया है, मस्ती बस्ती लाईन में लगा हरेक है
चकमग महफिल, आका ओ दिवा से मखौल ए गुरेज है
ख्याली पेट, रहट चा चौराहा बस, सोमन ए तबरेज है
श्याम सखा मात जानकी मन वन ढुढे ओ आखेट है
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सविनय भेंट
जुगल किशोर शर्मा
विश्व रक्तदान दिवस
11, आषाढ़ कृष्ण पक्ष, एकादशी
2080 नल, विक्रम सम्वत 14जून 2023 बुधवार योगिनी एकादशी