“कोई रोके नहीं, कोई टोके नहीं
मीरा गोविंद-गोपाल गाने लगी
बैठी संतों के संग, रंगी मोहन के रंग
मीरा प्रेमी-प्रीतम को मनाने लगी
वो तो गली-गली हरि गुन लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन
वो तो गली-गली हरि गुन गाने लगी
महलों में पली, बन के जोगन चली
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन”
❤️🙏🏻