तुमने अक्सर देखी है बातों की चपलता,,
तुमने उसकी नम आंखे नही देखी,,,
सुनी होगी तुमने अक्सर उसकी मधुरता,,,
तुमने मगर वो फीकी सी मुस्कान नही देखी,,
महसूस नही की वो दर्द भरी सांसे उसकी,,
भले देखे हो उसके श्रृंगार सज्जित केश,,
तन पर सुंदर कपड़ा बंधता देखा तुमने
मगर तुमने मन की पीड़ा नही देखी,,,
तुम कैसे देख पाते......?
तुम कैसे देख पाते उसके इस घुटन को,,
तुमने अक्सर देखी है उसकी नीरस पलके,,
उसके ह्रदय-रुदन को मगर नही देखा तुमने....!!!💔
#नीरजा