“देखो तो कितना, खुश है ज़माना
दिल में तरंगे लब पे तराना
दिल जो दुखे *
*तो आँसू न बहाना
ये तो यहाँ का ढंग पुराना
इसको मिटाना उसको बनाना, इस नगरी की रीत हो
गाओ खुशी के गीत हो
झूम झूम के नाचो आज नाचो आज गाओ खुशी के गीत हो
गाओ खुशी के गीत हो”
🙏🏻
(* कोरोना से)