A.B.V.P.
महाकोशल।
प्रभु रथ रोको!
क्या प्रलय की तैयारी है ?
बिना शस्त्र का युध्द है जो, महाभारतसे भी भारी है ।
कितने परिचित कितने अपने, आखिर यॅू चले गये।
जिन हाथों में धन-संबल, सब काल से छले गए।
हे राघव-माधव- मृत्युंजय, पिघलो, ये विनंती हमारी है ।
ये बिना शस्त्र का युध्द है जो, महाभारत से भी भारी है ।
…..-रामधारी सिंह दिनकर