जय सियाराम 🙏🏻
जैसे ओशो कहा करते थे के, अँधेरे का कोई अस्तित्व ही नहीं है; प्रकाश की गैरमौजूदगी को हमने अँधेरे का नाम दिया है।
वैसे व्यासपीठ कहती है - प्रेम का अभाव ही द्वेष पैदा करता है, द्वेष असलियतमें कुछ है ही नहीं।
Source: Katha 889 I Manas Paramanand