कुछ आंसू बन बह जाएँगे
कुछ दर्द चिता तक जाएँगे।।
होगा ये जीवन कैसा भी
हम तुमको भूल न पाएँगे। ।
नस- नस मे बसते हो तुम ही
सांसो पर भी नाम तुम्हारा।
तुम हुए नही मेरे तो क्या
हम प्रीत की रीत निभाएंगे।।
कुछ आंसू बन जाएँगे
कुछ दर्द चिता तक जाएँगे।
मीरा सिंह
-Meera Singh