प्रेममें दुःखभी मिल सकता है ।
जैसे गुलाब के पौधे पे कांटे होंगे ही ।
अगर आपको कांटे के बिना फूल चाहिए तो, आपको बाजार से पैसे देकर फूल खरीदने पड़े ।
कांटों के बिना गुलाबकी कल्पना भी नहीं हो सकती ।
प्रेम और तकलीफ साथमे चलते है ।
अपेक्षाके बिना किया गया प्रेम श्रेष्ठ है ।
#Osho - Rajnish#