जिन्हे जाना था उनके
पास ढेरो बहाना था ,
जो पहले से तय था ,
बस इल्जाम लगाना था |
था दौर वह भी एक वाक्य मे
पूरे संवाद लिए " मै तेरे लिये आया हूँ !
नंगे पाँव चलकर बहुत दूर से |
मै तेरे लिए ही हूँ !
मेरे समय पर अधिकार तुम्हारा है,
जो तेरे लिए नही तो किसी के लिए नही |
न था ! न है! न होगा कभी, कोई तुम्हारे सिवा ,
यह प्रीत पुरानी है , सदियों की कहानी है |
स्मृतियों के तल से तुम्हे सुनानी है |
तेरे संग है जीना , तेरे साथ ही है मरना |
तेरे साथ मे जाना है ,तेरे साथ मे आना है |
लेकिन था सब झूठा ,केवल भरमाना था |......(अंश से)