हां धन दौलत से मैं गरीब हूं
लेकिन दोस्तों रूपी खजाने से अमीर हूं।
महंगी चीजों से नहीं मिलती मुझे खुशियां
मेरे दोस्त हैं मेरी खुशियों की असली वजह।
कोई दवाई नहीं मिटाती मेरी दुख तकलीफ
मेरे दर्द का इलाज है मेरे दोस्तों की प्यार भरी झप्पी।
खुशियों के लिए क्यों करना खास मौके का इंतजार
जहां मिले हम चार यार, वहां आ जाती खुशियों की बहार।
जहां हम दोस्तों की महफ़िल सज जाती है
वहां त्योहारों सी रौनक लग जाती है।
हमारी दोस्ती का उसूल, जिंदगी में आए पतझड़ या सावन
अपनी अटूट दोस्ती कभी नहीं तोड़ेंगे हम।।
-Saroj Prajapati