जरूरी तो नहीं, मैं राधिका का सा श्याम बन जाऊं..
जरूरी तो नहीं, मैं गोपियन सम प्रेम निभाऊं..
जरूरी तो नहीं, गौरीश सन मैं भोलापन लाऊं..
जरूरी तो नहीं, विष जिंदगी का पान कर जाऊं..
जरूरी तो नहीं, पुरूषोत्तम श्री राम कहलाऊं..
जरूरी तो नहीं, दशशीस दुर्गुण मार भगाऊं..
-जरूरी है, बुरा न हो किसी भी एक का हमसे।
जरूरी है, न बदलें रास्ते हम भूख के डर से।
जरूरी है, निकाले जाये ना कोई बरसात में घर से।
जरूरी है, कहीं कोई कभी न प्रेम को तरसे।
जरूरी है,सभी का एक-दूसरे पर प्यार खूब बरसे।
जरूरी है, सभी को देखकर मन मोर हो हर्षे।।
#जरूरी_तो_नहीं
#जरूरी_है
#जिंदगी_है_कैसी_ये_पहेली
#योरकोट_दीदी
#योरकोटबाबा
#सनातनी_जितेंद्र मन